कालारि रस के गुण और उपयोग

कालारि रस के गुण और उपयोग

कालारि रस में प्रयुक्त द्रव्य कालारि रस में शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, शुद्ध बच्छनाग, छोटी पीपल, लौंग, धतूरे के बीज, सुहागे की खील, जायफल, काली मिर्च, और अकरकरा का प्रयोग होता है। सबसे पहले पारद और गंधक की कज्जली बनाई जाती है। फिर उसमें अन्य द्रव्यों का कपड़े में छना हुआ...
हरीतकी या हरड़ के गुण और प्रयोग

हरीतकी या हरड़ के गुण और प्रयोग

आयुर्वेद को समझना अपने आप को समझना है, प्रकृति को समझना है, अपने और अपने आस पास के द्रव्यों के गुणों को समझना है। इस समझ के आधार पर जीवन जीना सरल हो जाता है। अपने और अन्य सभी द्रव्यों के गुणों के आधार पर हम ये निर्णय ले सकते हैं कि कौन सा द्रव्य हमारे किस काम आ सकता...
कौंच पाक के फायदे

कौंच पाक के फायदे

Benefits of Kaunch Pak in Hindi कौंच पाक एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसके मुख्य घटक द्रव्य हैं – कौंच बीज मूसली अकरकरा अजवायन जावित्री जायफल लौंग जीरा मरिच पिप्पली सौंठ तेज पत्ता दालचीनी इलायची नागकेसर समुद्र शोष वंशलोचन दूध शहद घी कौंच के बीज को आयुर्वेद में रसायन...
थकान, कमजोरी कैसे दूर करें?

थकान, कमजोरी कैसे दूर करें?

थकान और कमजोरी के लक्षण ऊर्जा की कमी, आलस, अधिक पसीना आना, भूख न लगना, किसी भी काम में ध्यान न लगना बहुत अधिक काम करना काम करना तो जरूरी है। काम नहीं करेंगे तो काम कैसे चलेगा? अगर आप स्टूडेंट हैं तो पढ़ाई जरूरी है। अगर आप ऑफिस जाते हैं तो वो भी जरूरी है। अगर आप गृहिणी...
डाइबिटीज में शुगर को नियंत्रण में कैसे रक्खें?

डाइबिटीज में शुगर को नियंत्रण में कैसे रक्खें?

हम कुछ भी खाते है तो खाने की मैटाबालिज्म के बाद शुगर ग्लूकोज के फॉर्म में बनती ही है। ये आवश्यक भी है। शुगर हमारे शरीर को दैनिक कार्यों के लिए ऊर्जा देती है। इसके बिना चल पाना भी मुश्किल हो जाएगा। लेकिन अगर यही शुगर जरूरत से ज्यादा हो जाए तो भी शरीर के लिए मुश्किल...

इन छह चीजों से बचो मोटापा खुद-ब-खुद कम होगा!

जब भी हमें लगता है कि हमें वजन कम करना चाहिए तो सबसे पहले दिमाग में यही आता है कि खाना छोड़ना पड़ेगा। खाना छोड़ने से वजन तो कम होता है लेकिन साथ में शरीर में कमजोरी आने लगती है। वाइटल न्यूट्रिएंट्स की कम होने लगती है और एक प्रॉब्लम को ठीक करने के चक्कर में और कई...
कब्ज (Constipation) का कारण और आयुर्वेदिक औषधि

कब्ज (Constipation) का कारण और आयुर्वेदिक औषधि

कब्ज (Constipation) क्या है कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रोज सुबह उठ कर मल त्याग करता है। लेकिन अगर अगर रोज पेट साफ नहीं होता और हफ्ते में तीन बार से कम मल त्याग होता है तो इसे कब्ज कहते हैं। कब्ज में मल शुष्क हो सकता है, और मल त्याग के लिए जोर लगाना पड़ सकता है। कब्ज किसी...
त्रिफला किसे खाना चाहिए और किसे नहीं?

त्रिफला किसे खाना चाहिए और किसे नहीं?

त्रिफला तीन फलों से मिल कर बना है – हरड़, बहेड़ा और आंवला। त्रिफला में पांच रस होते है – मधुर, तिक्त, कषाय, कटु और अम्ल। त्रिफला में केवल लवण रस नहीं होता। आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला तीनों दोषों पर काम करता है – वात, पित्त और कफ दोष पर। त्रिफला उष्ण...
बिभीतकी या बहेड़ा के गुण और उपयोग

बिभीतकी या बहेड़ा के गुण और उपयोग

बहेड़ा का वृक्ष विशाल होता है – 15 से लेकर ये 30 मीटर तक लंबा होता है। बहेड़ा का वृक्ष प्राय: पूरे देश में पाया जाता है, विशेषकर नीची पहाड़ियों पर और जंगल में अधिक होता है। इसकी छाल मोटी होती है और पत्ते महुवे के पत्तों के समान होते हैं। बहेड़ा का फल 2.5 से. मी....
हरीतकी (हरड़) के गुण और उपयोग

हरीतकी (हरड़) के गुण और उपयोग

एक बार भगवान दक्ष प्रजापति स्थिर चित्त अवस्था में बैठे थे, तब दोनों अश्विनी कुमारों ने उनसे पूछा – भगवान हरीतकी कहां से उत्पन्न हुई, इसकी कितनी जातियां हैं, उनमें कौन से रस और उपरस है, कितने नाम हैं, उनके लक्षण और वर्ण कैसा है? हरीतकी की विभिन्न जातियों के गुण...