थकान, कमजोरी कैसे दूर करें?

थकान, कमजोरी कैसे दूर करें?

थकान और कमजोरी के लक्षण ऊर्जा की कमी, आलस, अधिक पसीना आना, भूख न लगना, किसी भी काम में ध्यान न लगना बहुत अधिक काम करना काम करना तो जरूरी है। काम नहीं करेंगे तो काम कैसे चलेगा? अगर आप स्टूडेंट हैं तो पढ़ाई जरूरी है। अगर आप ऑफिस जाते हैं तो वो भी जरूरी है। अगर आप गृहिणी...
डाइबिटीज में शुगर को नियंत्रण में कैसे रक्खें?

डाइबिटीज में शुगर को नियंत्रण में कैसे रक्खें?

हम कुछ भी खाते है तो खाने की मैटाबालिज्म के बाद शुगर ग्लूकोज के फॉर्म में बनती ही है। ये आवश्यक भी है। शुगर हमारे शरीर को दैनिक कार्यों के लिए ऊर्जा देती है। इसके बिना चल पाना भी मुश्किल हो जाएगा। लेकिन अगर यही शुगर जरूरत से ज्यादा हो जाए तो भी शरीर के लिए मुश्किल...
Ashwagandha Pak ke Fayde in Hindi | अश्वगंधा पाक के फायदे

Ashwagandha Pak ke Fayde in Hindi | अश्वगंधा पाक के फायदे

अश्वगंधा पाक बनाने की विधि अश्वगंधा पाक बनाने के लिए 480 ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण लें और उसे 6 किलो गाय के दूध में गाढ़ा होने तक पकाएं। जब गाढ़ा हो जाए तो इसमें चतुर्जात (दालचीनी, तेजपात, नागकेशर और इलायची), 12 ग्राम प्रत्येक जायफल, केशर, वंशलोचन, मोचरस, जटामांसी,...
अमृता या गिलोय के फायदे

अमृता या गिलोय के फायदे

अमृता या गिलोय को अन्य बहुत से नामों से जाना जाता है जैसे – मधुपर्णी, गुडुची या रसायनी। जैसा इसका नाम है वैसे ही गुण हैं अमृता के – यह अमृत के समान ही शरीर को लाभ पहुँचाती है। अमृता या गिलोय लघु, स्निग्ध, कटु रस वाली और उष्ण वीर्य औषधि है। आयुर्वेद में तीन...
शिलाजीत है सभी बीमारियों में लाभदायक

शिलाजीत है सभी बीमारियों में लाभदायक

जी हॉं आयुर्वेद में शिलाजीत को सर्व व्याधि विनाशनम् कहा गया है। जितने भी साध्य रोग हैं जिन्हें ठीक किया जा सकता है उन सब में शिलाजीत उपयोगी हो सकता है। आम धारणा है कि शिलाजीत का प्रयोग केवल सैक्स संबंधित रोगों में ही होता है, पर यह धारणा सही नहीं है। शिलाजीत हिमालय की...